Drishyam, ek chudai ki kahani-13

तेरा भाई साला खुद ही तुझे चुदवाने के लिए बेचैन था। वही मुझे बुलाकर यहाँ ले आया है। वही वहाँ सीढ़ी के ऊपर खड़ा खड़ा रोशनदान में से आज तुझे चुदते हुए देख रहा है।

Drishyam, ek chudai ki kahani-12

कालिया ने अपना पाजामे का नाडा खोल दिया। अपनी निक्कर निकाल फेंक कालिया ने कालिया नाग के जैसे अपने लण्ड को सिम्मी के सामने प्रस्तुत किया।

Drishyam, ek chudai ki kahani-11

अर्जुन दीदी की तगड़ी चुदाई देखना चाहता था। उसे चुदाई देखने का नशा चढ़ गया था। अर्जुन को खुद चोदने की इतनी ललक नहीं होती थी!

Drishyam, ek chudai ki kahani-10

चाचा को चाची को चोदते हुए जबसे अर्जुन ने देख था तब से पता नहीं क्यों, उसके मन में चुदाई देखने का एक पागलपन सवार हो गया था।