Drishyam, ek chudai ki kahani-42

लण्ड मेरा यह बेकाबू है तेरी सूरत देखि जब से, चूत से मिलने को पागल है वह खड़ा ही रहता है तब से। कैसे उसको मैं शांत करूँ कैसे उसको मैं मनाऊंगा।

रोड यात्रा में मोटी आंटी की गांड मारी

पढ़िए कैसे एक सफर में मेरी गाड़ी खराब हो गई थी। और फिर मैं उसको ठीक करवाने एक गराज पहुंचा, जहां मुझे चूत और गांड का मज़ा मिला।