Chamatkaari Baba, Ek Number Ka Chodu – Part 5
मेरे प्यारे दोस्तों लंड़ खड़ा है खड़ा ही रहना चाहिए, अब अाप पढ़ेंगे आगे कैसे अंजली और काजल की चुत चुदी और कैसे बाबा ने चंपा को भी चोदा दिया.
मेरे प्यारे दोस्तों लंड़ खड़ा है खड़ा ही रहना चाहिए, अब अाप पढ़ेंगे आगे कैसे अंजली और काजल की चुत चुदी और कैसे बाबा ने चंपा को भी चोदा दिया.
Aakhir kaar meri beti mere lode se chud hi gayi, par wo yahi nahi ruki wo mere boss se bhu chudi aur usne mujhe paise se mala maal kar diya.
Meri betiyon ne hum maa bete ko chudai karte pakad liya tha. Main darr gayi, per meri betiya khud apne bhai se chut chudwana chahti thi.
कुमुद की चूत में हो रहे कम्पन का राज भी अनुभव कर रहा था, क्यूंकि राज के लण्ड को कुमुद की चूत ने इतना सख्ती से जकड रखा था की कुमुद की चूत में होती थोड़ी सी कम्पन भी राज के लण्ड को महसूस होती थी।
राज ने देखा तो रानी और कुमुद की नजरें मिली हुई थीं। वह समझ गया की आखिर कितनी ही खुली क्यों ना हो, भारतीय नारी को अपनी लज्जा की मर्यादा का ध्यान रहता ही है।
राज चोद तो रानी को रहा था पर मजे कमल की बीबी कुमुद के स्तनों का ले रहा था। जब की कमल अपनी बीबी की चूत में अपने लण्ड को घुसेड़ने की कोशिश कर रहा था और साथ साथ में राज की पत्नी रानी के मस्त खरबूजों को अपने हाथों में मसल रहा था।
कमल ने थोड़ी देर बाद अपना मुंह हटाया और कुमुद की चूत में अपनी दो उंगलियां डाल दी और कुमुद को उँगलियों से चोदना शुरू किया। अक्सर औरतें लण्ड से ज्यादा उँगलियों की चुदाई से उत्तेजित हो जाती हैं।
राज ने बरबस अपना लण्ड अपनी बीबी रानी की जाँघों से सटा दिया, रानी ने आँखें खोली तो पति राज को कमल की पत्नी कुमुद की नंगी चूँचियों के दर्शन करते हुए पाया।
राज और रानी को चुम्बन करते हुए देख कर कमल से रहा नहीं गया। उसने अपनी बीबी को करीब खींचा तो कुमुद भी खिसक कर कमल की बाँहों में आ गयी।
शायद राज ने भी रानी को अन्तर्वस्त्र (यानी पेंटी और ब्रा) पहनने से रोका था जिसके कारण हवा का एक झोंका और पीछे से आती प्रकाश की किरणें रानी के गाउन में से उसके कमसिन नंगे बदन की आकृति की साफ़ साफ़ झांकी दे रही थीं।
कुमुद को आती हुई देख कर कमल थोड़ा सा अचम्भित हुआ। कुमुद ने अपने पति कमल के पास जाकर उसे वहाँ से हटने का इशारा किया और खुद कमल की जगह बैठ गयी।
Kamal ke baad to Raj ne bhi mujh par apna hath saaf kiya aur mera muh chod diya. Fir wo dono mujhe apne flat par le gaye aur meri mast desi chudai kari.
परिवार वाले अनजाने में, रिश्ते की परवाह बगैर एक दूसरे को चोदे जा रहे थे। क्या वो अपनी पहचान छिपा वहां से निकल पाए? पढ़ो मेरी हिन्दी सेक्स कहानी का आखिरी भाग।
Uncle ne mujhe apni randi bana liya tha aur mujhe apne sath mumbai le aaye the. Par jab uncle kuchh time ke liye bahar gaye to meri chut lund mangane lagi.
मास्क के पीछे अपनी बहन को भाई नहीं पहचान पाया और अनजाने में उसको चोदने को तैयार था उसका साथ दे रहा था मेरा पति। मेरी इस इंडियन चुदाई स्टोरी में आगे जानिए!
हम चारो ग्रुप सेक्स के लिए तैयार थे पर आगे एक तूफ़ान आने वाला था जिसकी हमें कल्पना नहीं थी। हम एक ऐसे भंवर में फंस गये थे जिससे बाहर आ पाना मुमकिन नहीं था। मेरी पूरी हिन्दी ग्रुप सेक्स स्टोरी का मजा लीजिये।
मेरे पति, पहले प्यार संजू और भाभी ने प्लान बनाया और कही ना कही मैं भी उसमे शामिल हो गयी। मैं अपनी पहचान बिना उजागर किये सब मजे लेने के लिए तैयार हो गई। बाकि सब मेरे पहले देसी ग्रुप सेक्स की कहानी में जानिए।
मैं अपने पहले प्यार से चुदवा चुकी थी और अब बारी थी मेरे पति की। उनको मैंने उनके पहले प्यार के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा। उनका पहला प्यार कौन था ये इससे भी ज्यादा शॉकिगं था मेरे लिए।
Ghar me main iklauta tha to is liye mera savbhav kaafi ghamandi ho gya tha. Isi ghamand ke chalte jab main ek din train me ja raha tha, ek buddhe aur uske do beto ne mujhe mere ghamand ka achha maja chakhaya aur mujhe randi bana diya.
Main apbi behan ke dimag ko maan gya, usne aise apne sasur aur pati ko blackmail kiya ki maine unke samne hi ani behan sahi uski dono nando ki kuwari chut ka baja baja kar rakh diya. Mujhe umid ye sex story apko pasand aayegi.