Aakhiri Dagar, Purane Humsafar – Episode 1

पति ने पत्नी के सामने मांग रखी कि वो उसकी सहेली को चोदना चाहता हैं जो कि उसके खुद के दोस्त की भी बीवी हैं। पति को ये नहीं पता था कि उसकी बीवी पहले ही उसके दोस्त के साथ चुदवा चुकी हैं। अब क्या रायता फैलेगा यह इस आखिरी सफर में पढ़िए।

Pooja Ki Pooja – Episode 8

राज ने पूजा से और मुझ से इजाजत ली और बाहर निकल गया। पूजा ने असहायता दिखाते हुए अपने कंधे हिलाये और राज वहाँ से बाहर निकल लिया।

Pooja Ki Pooja – Episode 1

क्या सुन्दर उभरे दिखते हैं दूध भरे यह वक्ष तुम्हारे जो, जब हाथ हमारे मसलेँगे तब हाल तुम्हारा क्या होगा? यह बॉल बड़े चिकने कोमल कैसी होंगी उनपर निप्पल?

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 69

सुनीता ने जस्सूजी की और देखा और अपना पेंडू से ऊपर धक्का मारकर जस्सूजी का लण्ड थोड़ा और अंदर घुसड़ने की कोशिश की। जिसका अंजाम क्या हुआ जानिए!

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 66

यह प्यार दीवाना पागल है। ना जाने क्या करवाता है। कभी प्यारी को खुद ही चोदे, तो कभी प्यारी को चुदवाता है। आगे आगे पढ़िए की कहानी में क्या क्या होता है।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 65

कुछ ही देर में गद्दा और रजाई चटाई बगैरह लेकर डॉ. खान हाजिर हुए। डॉ. खान ने जस्सूजी से सुनीलजी की कहानी सुनी। कैसे आतंकवादियों से उनका पाला पड़ा था, बगैरा।

Nayi Dagar, Naye Humsafar – Episode 18

जिसका डर था वही हुआ, एक बार राहुल ने मेरी गांड क्या मारी वो मेरे साथ कुछ ज्यादा ही खुल गया और छेड़खानी करने लगा, जिसका अंजाम क्या हुआ जानिए!

Nayi Dagar Naye Humsafar – Episode 6

एक औरत अपने जवान बेटे और ऑफिस के कर्मचारी के साथ एक ही कमरे में सोई थी। इसके पीछे का राज क्या था ये मुझे जानना था। तब मुझे ये पता नहीं था कि ये तीनो मेरे इस सफर के हमसफ़र बनने वाले थे।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 48

नीतू और कुमार की मैथुन लीला देखने के बाद सुनीता को जस्सूजी का रवैया काफी बदला हुआ नजर आया। अब वह उनकी कामनाओं और भावनाओं की कदर करते हुए नजर आये।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 44

सुनीलजी की बात से सेहमी हुई सुनीता बिना कुछ बोले सुनीलजी के एक के बाद एक धक्के झेलती रही। सुनीलजी ने सुनीता की टांगें अपने कंधे पर रखी हुई थी।

Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 19

सुनील की पत्नी सुनीता की बात सुनकर जस्सूजी की पत्नी ज्योतिजी का मुंह छोटा हो गया। उनके मुंह पर लिखे निराशा और कुंठा के भाव सुनीता को साफ़ नजर आ रहे थे।