Utejna Sahas Aur Romanch Ke Vo Din – Ep 73
अच्छी अच्छी मानिनीयाँ भी चुदवाने को बेताब हुई? पहले तो पति से ही चुदती थी, गैरों पर क्यों मोहताज हुई?” दवा जो वफ़ा का करते थे जो ढोल वफ़ा का पीटते थे। क्यों वह झुक कर डॉगी बन लण्ड लेने को सरताज हुई?
अच्छी अच्छी मानिनीयाँ भी चुदवाने को बेताब हुई? पहले तो पति से ही चुदती थी, गैरों पर क्यों मोहताज हुई?” दवा जो वफ़ा का करते थे जो ढोल वफ़ा का पीटते थे। क्यों वह झुक कर डॉगी बन लण्ड लेने को सरताज हुई?
राहुल ने मेरे आधे नंगेपन का फायदा उठाते हुए मुझे चुदने के लिए तैयार कर लिया और मैं आत्मसमर्पण कर बैठी। फिर राहुल ने वो किया जिसका मुझे इंतजार था।
राहुल के सामने मैं एक के बाद एक गलती करती जा रही थी जिसकी वजह से मैं बार बार शर्मिंदा भी हो रही थी। फिर उसने मुझे उस हालत में देख लिया जिसमे देखना नहीं चाहिए था।
राहुल और मेरे रिश्ते बदलने लगे और हम दोनों ही अपने आप पर नियंत्रण खो बैठे और राहुल ने मेरा फायदा उठाया। कैसे? इस एपिसोड में जानिए!
अशोक और नितिन ने मुझे फंसाने की कोशिश की। मेरी जगह पूजा ने ले ली थी और अब बारी थी एक और कड़वे सच का सामना करने की।
अशोक ने पूजा को उसके पति की मौजूदगी में इंटिमेट कर चुदाई के लिए तैयार कर लिया और फिर जो नहीं सोचा था वो हो गया।
मैं एक भयंकर सच से रूबरू हुयी और मेरी आजादी की नीव ही हिल गयी। एक बार फिर चुदाई का खेल शुरू हुआ।
रूबी के साथ मिलकर एक अनजाने मर्द को अपनी चूत का ताजा पानी पिलाने की शरारत को हमने अंजाम दिया। फिर मेरे पति अशोक की एक और नाजायज मांग मेरा इंतजार कर रही थी।
क्या हाल हुआ क्या बात हुई? अच्छी अच्छी मानिनीयाँ भी चुदवाने को बेताब हुई? पहले तो पति से ही चुदती थी, गैरों पर क्यों मोहताज हुई?
मुझे आईना दिखाने के लिए और भी कोई आया। पहले मुझे एक गन्दा सा टाइटल मिला और उसको हटाने के लिए एक मुश्किल चैलेंज।
पूजा ने स्वीकार किया कि वो अशोक के साथ डांस करते थोड़ा बहक गयी थी और उसको उसी स्तिथि में डाल थोड़ा कमजोर कर चुदने के लिए तैयार किया।
हम पूजा को अशोक के साथ थोड़ा और कम्फर्टेबले करते गए और फिर मैंने पूजा के मन की बात जानी और पता चला कि पूजा सच में अशोक के साथ डांस के दौरान बहक गयी थी और हमने अपना प्लान जारी रखा।
पूजा और नितिन की सालगिरह की पार्टी पर हमने अशोक और पूजा को पास लाने की कोशिश की और इसमें थोड़ी कामयाबी भी मिली, सब इस एपिसोड में जानिए!
पति ने पत्नी के सामने मांग रखी कि वो उसकी सहेली को चोदना चाहता हैं जो कि उसके खुद के दोस्त की भी बीवी हैं। पति को ये नहीं पता था कि उसकी बीवी पहले ही उसके दोस्त के साथ चुदवा चुकी हैं। अब क्या रायता फैलेगा यह इस आखिरी सफर में पढ़िए।
सुनीता अपने पति सुनीलजी और अपने प्रियतम जस्सूजी के बिच में लेटी हुई थी। एक तरफ उसके पति का खड़ा लण्ड उसकी चूत में घुस रहा था, तो पीछे जस्सूजी का मोटा घण्टा सुनीता गाँड़ की दरार में फँसा था।
Chitra ek aakhiri baar chudai ka plan bana kar aayi aur main beech me deewar ban khadi thi, par wo apne iraade me kaamyab rahi.
Ek nangi masaaj dene ke baad Chirag ne bhi chori chupke mujhe chodne ke maje le apni aag bujha li, maine bhi iska pura maja uthaya.
Apne partners ke saamne hi maine aur Chirag ne ek dusre ko nangi masaaj di aur chudai ka platform taiyar ho chuka tha.
सुनीता के लिए खड़े हुए जस्सूजी से उनकी बाँहों को अपनी बगल में लेकर एक फूल की तरह अपने नंगे बदन को ऊपर उठाकर अपनी चुदाई करवाने का मज़ा कुछ और ही था।
Group sex ke baad bhi Chitra ka pet nahi bhara tha aur wo apne pati se chhup kar mere pati se phir chudwana chahti thi.